संध्या की अपहरण होने की सूचना पुलिस को प्रीति गुप्ता ने स्वयं फोन से दी थी।
संध्या की हत्या कोई और नहीं बल्कि उसका सगा भाई और भाभी ने ही कि थी
A9 भारत संवादाता कुन्दन यादव बगहा
बगहा पुलिस ने संध्या हत्या कांड की गुत्थी को मात्र आठ दिन के अंदर ही सुलझा ली है। संध्या का हत्यारा कोई और नहीं बल्कि उसका सगा भाई चर्चित डीलर वीरेंद्र गुप्ता और उसकी सगी भाभी प्रीति गुप्ता ही निकली। पुलिस ने इस कांड के मास्टर माइंड वीरेंद्र गुप्ता और उसके सहयोगी चचेरा भाई धीरज गुप्ता उर्फ अभय गुप्ता को गिरफ्तार कर जेल भेज दी है। इसकी पुष्टि बगहा पुलिस अधीक्षक किरण कुमार गोरख जाधव ने की है।
गौरतलब हो बगहा पुलिस जिला के धनहां थाना क्षेत्र स्थित घघवा रुपहि गांव में विगत 28 मई की रात में रहस्मय ढंग से चर्चित डीलर वीरेंद्र गुप्ता की करीब अठ्ठारह वर्षीय अविवाहित बहन संध्या की हत्या हो गयी थी। संध्या का शव यूपी पुलिस ने कुशीनगर जनपद के कुबेरस्थान थाना स्थित पचरुखिया पुराना पुल के पास से बरामद की थी। जिसके बाद मृतिका की भाभी प्रीति गुप्ता ने धनहां थाना में आवेदन देकर आधा दर्जन लोगों को नामजद अभियुक्त बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इतनाही नहीं शव को करीब बीस घँटे सड़क पर रख परिजनों ने हाई वोल्टेज ड्रामा भी किया था। बगहा पुलिस को यह गुत्थी सुलझाना किसी चुनौती से कम नहीं था।
पुलिस अनुसंधान में खुले राज –
मृतिका संध्या का चक्कर वीरेन्द्र गुप्ता के पीडीएस दुकान में दैनिक मजदूरी पर काम करने वाला विकास कुशवाहा से चल रहा था। जिसकी भनक भाई वीरेंद्र गुप्ता और भाभी प्रीति को लग गयी थी। जो वीरेंद्र के लिए नागवार था। उधर घघवा निवासी डीलर वीरेंद्र गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाते हुए आशा कुमारी ने एक प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसीका का बदला लेने के लिए डीलर वीरेंद्र ने योजना बनाई। जिसमें वीरेंद्र गुप्ता को एक तीर से दो निशाना साधने का रास्ता दिखाई दिया। इस योजना को क्रियान्वित करने में उसकी पत्नी प्रिति गुप्ता मुख्य भूमिका निभाई। वीरेंद्र गुप्ता और उसका चचेरा भाई धीरज गुप्ता संध्या को किसी काम का हवाला देकर घर से बोलोरो में बैठाकर ले गया और घटना का अंजाम दिया। उसके बाद हत्या का आरोप अपने पूर्व विरोधियों के सर मढ़ दिया।
संध्या की अपहरण होने की सूचना पुलिस को प्रीति गुप्ता ने स्वयं फोन से दी थी।
इधर आधी रात को ही प्रिति गुप्ता ने फोन के माध्यम से पुलिस को सूचना दी कि बुलेटन यादव, नंद यादव, सिकंदर यादव, राजू यादव, तथा टाइगर यादव उर्फ विद्यासागर यादव समेत कुछ अज्ञात लोगों ने बंदूक की नोंक पर घरवालों को बंधक बनाकर संध्या का अपहरण कर लिया है।
पुलिसिया कार्यवाई –
घटना के बाद एसपी किरण कुमार गोरख जाधव के आदेश पर बगहा एसडीपीओ कैलाश प्रसाद के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई। जिसमें धनहां इंस्पेक्टर शशि शेखर चौहान, धनहां थानाध्यक्ष मुन्ना कुमार, भितहां थानाध्यक्ष मनोरंजन चौधरी, पिपरासी थानाध्यक्ष राजीव कुमार सिन्हा, चौतरवा थानाध्यक्ष शम्भू शरण गुप्ता शामिल रहें। एसपी ने बताया कि गठित टीम ने वैज्ञानिक पद्धति से अनुसंधान कर दूध का दूध पानी का पानी अलग -अलग कर दिया है। घटना में शामिल रहे मुख्य दो आरोपियों को गिरफ्तार कर शनिवार को जेल भेज दी है। बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है। बहुत जल्द अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
Comments
Post a Comment